दो कदम और साथ दे दो
तो संभल जाऊंगा
मैं चराग हूं
तूफानों से लड़ जाऊंगा
मेरी चाहत है रौशनी
फैलाने की
मैं बाती की तरह तेरी खातिर जल जाऊंगा
वो जो किसी दिन तुम्हें चुभा होगा देखना गौर से वो टूटा होगा बिखर जाने का लिए मलाल वो भरी महफ़िल में भी तन्हा होगा।
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