अच्छा नहीं लगता है
तुम्हारा यूं चले जाना
छुड़ाकर हाथ हाथों से
तुम्हारा यूं चले जाना
कि तुम्हारा साथ जबतक है
गुलशन आबाद रहता है
तितलियां खूब इठलातीं
चमन का नाज रहता है
तुम्हारी एक बिछुड़न
फूलों को नासूर लगती हैं
फिर कोई न देख पाता है
कलियों का खुल के मुस्काना
अच्छा नहीं लगता है
तुम्हारा यूं चले जाना
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें