सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

तुम्हारा यूं चले जाना


अच्छा नहीं लगता है
तुम्हारा यूं चले जाना
छुड़ाकर हाथ हाथों से
तुम्हारा यूं चले जाना

कि तुम्हारा साथ जबतक है
गुलशन आबाद रहता है
तितलियां खूब इठलातीं
चमन का नाज रहता है

तुम्हारी एक बिछुड़न
फूलों को नासूर लगती हैं
फिर कोई न देख पाता है
कलियों का खुल के मुस्काना
अच्छा नहीं लगता है
तुम्हारा यूं चले जाना

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तन्हा

 वो जो किसी दिन तुम्हें चुभा होगा  देखना  गौर से  वो टूटा  होगा बिखर जाने का लिए मलाल वो भरी महफ़िल में भी तन्हा होगा।