रविवार, 14 जनवरी 2018

आपकी बात

लोकतंत्र है ये अपना जनतंत्र है
खास आदमी से आम तक स्वतंत्र है
देश आम आदमी का बचा नहीं
सत्ता आम आदमी ने रचा नहीं
खास लोग, खास पूंजीतंत्र गढ़ रहे
लोकतंत्र को हवेलियों में मढ़ रहे
आओ देश को बचाने की बात हो
लोकतंत्र आम आदमी के हाथ हो
आम आदमी की बात हो
आम आदमी के साथ हो
वीर हमीद की कुर्बानी की कसम
आज़ाद, भगत सिंह की रवानी की कसम
है वतन का नाज तो नाज सबका है
बापू के सपनों का स्वराज सबका है
अंबेडकर के आदर्शों का समाज हो
आम आदमी की बात हो
आम आदमी के साथ हो
लोहिया, लिमये हर दिल में बसें
चारु-कानू मिलकर अब समाज को रचें
मदर टेरेसा, बाबा आम्टे का देश है
संत विनोबा, जय प्रकाश का संदेश है
भूख-गरीबी फिर कल की बात हो
धाक हो हमारी और साख हो
आम आदमी की बात हो
आम आदमी के साथ हो

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तन्हा

 वो जो किसी दिन तुम्हें चुभा होगा  देखना  गौर से  वो टूटा  होगा बिखर जाने का लिए मलाल वो भरी महफ़िल में भी तन्हा होगा।