कर शीर्षासन
रोजगार की ऐसी-तैसी
अर्थतंत्र की डूबी
भैंसी
चार साल का तेरा
शासन
भ्रष्टाचार में हुआ
नंबर वन
कर शीर्षासन !
सीमा पर हर रोज मरे
हैं
देश के भीतर रोज
लड़े हैं
डूबी है शिक्षा की
नैया
अस्पताल बीमार पड़े
हैं
कहां गए सब तेरे
भाषण ?
कर शीर्षासन !
कारोबार की ऐसी-तैसी
बंद हो रहे धंधे
देसी
रोज-रोज के
दंगे-दंगे
गाय-गोबर, लाठी-झंडे
मुद्दों पर न होगा
आसन
कर शीर्षासन !
कहां गए रोज़गार के
वादे ?
कहां गए वो पक्के
इरादे ?
दस सिरा वाला वो
जुमला
काले धन के
जुमले-झांसे
पंद्रह लखिया फरेब
वो
कुछ तो दे दो इस पर
भाषण
कर शीर्षासन !
दिए थे झांसे मंचों
से जो
फेंके थे सब मंचों
से जो
बिहार, झारखंड, असम
औ केरल
यूपी, कश्मीर,
महाराष्ट्र, मिजोरम
गोवा, सिक्किम और
हिमाचल
बना रहे थे सबको
नंबर वन
कर शीर्षासन !
पूरी दुनिया घूम रहे
हो
सूट-बूट को चूम रहे
हो
धेला एक न लाए अब तक
झूठ-फरेब का परचून
बने हो
जब जनता-मांगे
रोटी-राशन
कर शीर्षासन !
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