मुल्क में मेरे चुनाव की तैयारी हो रही है
सुना है चाकुओं की पसलियों से यारी हो रही है
वो बता रहे हैं कि जनहित में पाला बदल लिया
हमें मालूम है कि जनता से मक्कारी हो रही है।
मुल्क में मेरे चुनाव की तैयारी हो रही है
सुना है चाकुओं की पसलियों से यारी हो रही है
वो बता रहे हैं कि जनहित में पाला बदल लिया
हमें मालूम है कि जनता से मक्कारी हो रही है।
वो जो किसी दिन तुम्हें चुभा होगा देखना गौर से वो टूटा होगा बिखर जाने का लिए मलाल वो भरी महफ़िल में भी तन्हा होगा।